मिनरल वाटर प्लांट का व्यवसाय कैसे शुरू करें | Mineral water Plant Business Plan in india

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मिनरल वाटर प्लांट का व्यवसाय कैसे शुरू करें (How to start a mineral water plant business in india) मिनरल वाटर प्लांट बिज़नेस का लागत, प्रॉफिट, फायदे, नुक्सान सारे जानकारी


आज के समय में बढ़ता हुआ जल प्रदूषण और जल जनित बीमारियों के बढ़ने के कारण लोग मिनरल वाटर पीना ज्यादा पसंद करते हैं। आज किसी भी ऑफिस, पार्टी या प्रतिदिन के इस्तेमाल में लोग मिनरल ड्रिंकिंग वाटर खरीदके पीना ज्यादा बेहतर समझते हैं। मिनरल वाटर प्लांट बिज़नेस हर साल लगभग 23 से 25 प्रतिशत ग्रोथ से बढ़ रहा हैं, और गर्मी के समय पर तो इसका डिमांड और भी बढ़ जाता हैं। ऐसे में मिनरल वाटर प्लांट का बिज़नेस करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता हैं।

mineral water plant business


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मिनरल वाटर प्लांट का व्यवसाय कैसे शुरू करें (How to start a mineral water plant business in india)

शुरुआत में ही अगर आप एक सही बिज़नेस के चुनाब कर लेते हैं, तो आपके लिए सफल होना काफी आसान हो सकता हैं। लेकिन ऐसा बिज़नेस आपको मार्किट के माँग और स्कोप को देखते हुए करना चाहिए। ऐसा ही एक बिज़नेस प्लान हैं मिनरल वाटर प्लांट बिज़नेस, जिसमे माँग और स्कोप दोनों हो हैं। इस व्यवसाय के बारे में निचे और भी डिटेल्स में बताए गए हैं - 

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय के लिए मशीनरी (Mineral water plant business machinery)

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय का प्रधान कच्चे माल तो पानी ही हैं, लेकिन इसके अलाबा इस बिज़नेस में कही सरे मशीनरी की भी आवश्यकता होती हैं। जैसे -

  • रॉ वाटर पंप (Raw Water Pump)
  • ड्यूल मीडिया फ़िल्टर (Dual Media Filter)
  • कार्बन फ़िल्टर (Carbon Filter)
  • अंतिसकाळांत दोसिंग सिस्टम (Antiscalant Dosing System)
  • माइक्रोन कारतूस फ़िल्टर (Micron cartridge Filter)
  • प्रिट्रीटमेंट (Pretreatment)
  • हाई प्रेशर पंप (High Pressure Pump)
  • रिवर्स ऑस्मोसिस सिस्टम आरओ (Reverse Osmosis System RO)
  • वाटर स्टोरेज टैंक्स (Water Storage Tanks)
  • ट्रांसफर पंप (Transfer Pump)
  • माइक्रोन कार्ट्रिज फ़िल्टर (Micron Cartridge Filter)
  • यूवी सिस्टम (UV System)
  • ओजोन सिस्टम (Ozone System)
  • ओजोन स्टोरेज टैंक (Ozone Storage Tank)
  • रेसर्कुलशन लाइन (Recirculation Line)

बड़े स्तर पर का बिज़नेस को करने के लिए आपको यह सारे मशीनरी और कुछ अन्य उपकरणों की जरुरत परेगा, लेकिन छोटे स्तर पर इस बिज़नेस के लिए इतनी सारी चीज़ों का जरुरत नहीं पड़ता हैं।

मिनरल वाटर बनाने का प्रोसेस (Mineral water manufacturing process)

मिनरल वाटर प्लांट का व्यवसाय शुरू करने से पहले आपको इसके पूरे प्रोसेस के बारे में अच्छे से समझना पड़ेगा। तो आइए जानते हैं इसके प्रोसेस के बारे में -

Step 1 : प्रोसेस की बात करे तो शुद्ध पीने का पानी बनाने के लिए पहले बोरवेल से पानी स्टोर किया जाता है।

Step 2 : फिर रॉ वाटर में क्लोरीनीकरण यानि की पानी में क्लोरीन की डोसिंग 2 से 3 पीपीएम किया जाता है, जिससे पानी में मौजूद सूक्ष्मजीवों समाप्त हो जाए।

Step 3 : क्लोरीनीकरण के बाद पानी को सैंड फ़िल्टर में स्टोर कर के पानी से सैंड और इम्प्युरिटीज फिल्टर कर ली जाती है।

Step 4 : अब सेंड फिल्टर्ड वाटर कार्बन फ़िल्टर में स्टोर किया जाता है। कार्बन फिल्टरिंग एक ऐसी फ़िल्टरिंग टेकनिक है, जिसमें रासायनिक अवशोषण का उपयोग करके दूषित पदार्थों और अशुद्धियों को हटाने के लिए एक्टीवेटेड कार्बन का उपयोग होता है।

कार्बन के सभी ग्रेन्युल या कण पर एक बड़ा पोर स्ट्रक्चर होता है जिससे दूषित पदार्थों और अशुद्धियों फ़िल्टर मीडिया के अंदर एक्टिवेटड साइटस से ज़्यादा से ज़्यादा दूर हो सके।

Step 5 : इसके बाद हाई प्रेशर के थ्रू मेम्ब्रेन में जाता है मेम्ब्रेन की पोर साइज़ 0.0001 माइक्रोन की होती है, ये पानी से कैमिकल डिस्कार्ड करने का लास्ट प्रोसेस है।

Step 6 : इसके बाद प्रोसेसड पानी का सैम्पल लेकर इसका माइक्रोन लैब टेस्ट होता है। टेस्ट में निर्धारित मानकों के द्वारा सैम्पल के मैच होने पर कार्बन फ़िल्टर्ड पानी प्रिमेट स्टोरेज टैंक में आता है और इसके बाद पानी प्रोडक्ट वाटर टैंक में जाता है। 

इसके बीच में ही पानी पर अल्ट्रावायलेट पूरिफिएर से यूवी लाइट और पॉलिशिंग फिल्टर का यूज किया जाता है, जिससे बची हुए अशुद्धियों पानी से निकल जाए।

Step 7 : अब फाइनल प्रोडक्ट Water टैंक में स्टोर पानी का ओजोनेशन करते हैं, ओजोनेशन एक वॉटर ट्रीटमेंट प्रोसेस है जो सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर देती है।

Step 8 : पूरी तरह से फिल्टर्ड और pure water अब फ़िलर रूम में आता है, यहाँ सबसे पहले बोतलों की धुलाई होती है धुलाई के बाद बोतलों की ऑटोमेटिक वाटर फिलिंग की जाती है।

Step 9 : वाटर फ़िलिंग के साथ-साथ ही बोतलों की ऑटोमेटिक कैपिंग भी होती रहती है, कैपिंग के बाद बोतलों प्रिंटिंग और पैकिंग प्रोसेस से गुजर कर डिस्पैच होने ले लिए तैयार है।

स्वच्छता रखरखाव के लिए इस बिज़नेस की सब ही प्रोसेस मशीनरी की द्वारा किया जाता हैं, और पैकिंग के लिए इस बिज़नेस में दो चीज़ों का जरुरत होता हैं वह हैं - पारदर्शी बोतल और कंटेनर। आप चाहे तो इस बोतल को मार्केट से खरीद सकते हैं या फिर इस बिज़नेस के साथ ही इन बोतलों की मैन्युफैक्चरिंग भी कर सकते हैं।

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय के लिए जगह (Land requirement for Mineral water plant business)

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय में कही सरे मशीनरी की आवश्यकता होती हैं, यह सरे मशीनरी को रखने के लिए और बनाये हुए मिनरल वाटर बोतल रखने के लिए काफी जगह की जरुरत होती हैं। लेकिन अगर आप छोटे स्तर पर मिनरल वाटर प्लांट बिज़नेस को शुरू करते हैं तो इसमें मशीनरी की जरुरत कम होने के कारण आप छोटे जगह पर भी इसे शुरू कर सकते हैं। अगर बात करे इस बिज़नेस बड़े स्तर पर करने का जगह के बारे में तो इसमें आपको लगभग 4 हज़ार से 6 हज़ार वर्ग फुट जगह की आवश्यकता होगी।

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय के लिए लेबर  (Labour for Mineral water plant business)

लगभग हर बिज़नेस में प्लांट को चलाने ले लिए, प्रोडक्ट बनाने के लिए, कम या ज्यादा लेबर की जरुरत होती ही हैं। ऐसे ही मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय में भी छोटे स्तर से बढ़े स्तर तक अलग अलग संख्या की लेबर का होता हैं। अगर आप बड़े स्तर पर इस बिज़नेस को करते हैं तो आपको नुन्यतम 15 से 20 लेबर की जरुरत हो सकता हैं। लेकिन छोटे पैमाने पर इसको आप 3 से 4 लेबर के साथ भी शुरू कर सकते हो, आप लेबर को प्रतिदिन के हिसाब से भी काम पर रख सकते हो।

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय के लिए इलेक्ट्रिसिटी (Electricity load for Mineral water plant business)

मिनरल वाटर बनाने का बिज़नेस में इलेक्ट्रिसिटी एक मुख्य भूमिका निभाना हैं। क्यूंकि इसके सरे मशीनरी को चलने के लिए इलेक्ट्रिसिटी लोड का जरुरत होता हैं। बड़े स्तर पर ऑटोमेटोक मशीन के साथ इस बिज़नेस में अलग से एक 150 किलोवाट का कमर्शियल इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन लेना होता हैं। छोटे स्टर पर आपको काफी कम और छोटे मशीन की आवश्यकता होगा, इसलिए इसमें इतना ज्यादा इलेक्ट्रिसिटी लोड नहीं चाहिए होता हैं।

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय के लिए लाइसेंस (Mineral water plant business licenses)

मिनरल वाटर प्लांट व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको स्थानीय स्तर के कुछ रूल्स को पालन करते हुए कुछ लाइसेंस लेना पड़ेगा। जिससे बाद में जा कर आपको कोई कानूनी झमेला में न पड़ना पड़े, जिस लाइसेंस की आपको जरूरत पड़ेगा वह हैं -

  • स्थानीय प्रशासन से विक्रेता लाइसेंस (vendor license)
  • राज्य स्वास्थ्य विभाग से व्यापार परमिट (Business permit)
  • जीएसटी नंबर (GST Number)
  • बीआईएस (Bureau Of indian standards)
  • एफएसएसएआई पंजीकरण (FSSAI)
  • कानूनी मेट्रोलॉजी (Legal Metrology)


और भी कुछ बिज़नेस थॉट के बारे में जानिए : 


निष्कर्ष

आशा करता हु की मिनरल वाटर प्लांट का व्यवसाय आप कैसे शुरू कर सकते हैं और इसके बारे में सारी जानकारी आपको दे पाया हु। यह एक ऐसा बिज़नेस हैं जिसमे स्वच्छता का ध्यान रखता बहुत जरूरी हैं और मार्किट में पहले से इस बिज़नेस में कही सारे कंपनी मौजूद हैं, इसके लिए आपको मार्केटिंग में भी ध्यान देना पड़ेगा। Mineral water Plant Business Plan यह लिख कैसा लगा कमेंट बॉक्स में जरुर बताये और भी कुछ जानना हैं आपको इस बिज़नेस के बारे में तो भी कमेंट करे। धन्यवाद...



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